मुलाकातों का सिलसिला जारी रखना नवंबर 11, 2018 मुलाकातों का सिलसिला जारी रखना और प्यार की इजाजत ना देना अपने दीवाने आशिक को सताना अच्छा नहीं होता इतने में वह बोल उठी- अगर तू मेरे इशारों को समझ जाता तो मेरी नजर में नादान बच्चा नहीं होता शेयर करें लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप शेयर करें लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप
अब मुझ में हिम्मत नहीं थी जनवरी 19, 2019 अब मुझमें हिम्मत नहीं थी किनारों तक पहुंच पाएंगे लग रहा था कश्ती डूब जाएगी आंखें भिगो चुकी थी मेरे चेहरे को चारों तरफ पानी पानी था उसे हम खुदा का चमत्कार कहते हैं जो सही वक्त पर आकर मुझे बचा लिया और पढ़ें